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चुनाव आयोग ने मिशन शक्ति के आयुक्त-सह-सचिव के पद से स्थानांतरित करने का दिया था निर्देश
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भाजपा ने की थी चुनाव आयोग से शिकायत
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने सुजाता कार्तिकेयन को वित्त विभाग के विशेष सचिव के रूप में स्थानांतरित कर दिया है। सरकार की ओड़िया भाषा, साहित्य और संस्कृति विभाग के आयुक्त-सह-सचिव के रूप में सुजाता की अतिरिक्त नियुक्ति भी समाप्त कर दी गई। इस आशय की अधिसूचना सामान्य प्रशासन एवं लोक शिकायत विभाग द्वारा शुक्रवार को जारी की गयी।
अधिसूचना के अनुसार, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के आयुक्त-सह-सचिव को मिशन शक्ति विभाग के आयुक्त-सह-सचिव और ओड़िया भाषा, साहित्य और संस्कृति विभाग के आयुक्त-सह-सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
उल्लेखनीय बात यह है कि ओडिशा भाजपा इकाई ने सुजाता के खिलाफ बार-बार आरोप लगाए कि वह अपनी शक्ति और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करके एसएचजी महिलाओं को बीजद को वोट देने के लिए प्रभावित कर रही थीं।
इस पर भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने ओडिशा सरकार को मिशन शक्ति विभाग के आयुक्त-सह-सचिव के पद से सुजाता कार्तिकेयन को स्थानांतरित करने का निर्देश दिया था। इस निर्देश के एक दिन बाद राज्य सरकार ने उनका नया पद दिया है।
भाजपा की ओर से कहा गया है कि मिशन शक्ति के तहत कार्यरत स्वयं सहायता समूहों की 70 लाख से अधिक महिलाएं बीजद से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने सत्तारूढ़ दल के लिए एक प्रमुख वोट बैंक बनाया है।
ओडिशा भाजपा सुजाता पर बार-बार आरोप लगा रही थी कि वह अपनी शक्ति और सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करके एसएचजी महिलाओं को बीजद को वोट देने के लिए प्रभावित कर रही थीं।
उन पर ईसीआई के एक कार्यक्रम, सिस्टमेटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन (एसवीईईपी) के माध्यम से मतदाताओं को राज्य सरकार के पक्ष में प्रेरित करने का आरोप लगाया गया था।
चुनाव में हार से डरी हुई है बीजद : भाजपा
भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि चूंकि बीजद नेता वीके पांडियन सुजाता के पति हैं, इसलिए वह अपने पति की राजनीतिक शक्ति की आड़ में सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद पार्टी के एजेंट के रूप में काम कर रही थीं। भाजपा ने आरोप लगाया कि सुजाता एसएचजी को धमकी देती थीं कि अगर उन्होंने बीजद को वोट नहीं दिया तो फंड में कटौती कर दी जाएगी।
आखिरकार, भाजपा नेता ने गुरुवार को इस मुद्दे को चुनाव आयोग के समक्ष उठाया और तत्काल कार्रवाई की गई। ईसीआई ने ओडिशा सरकार को सुजाता को कहीं और स्थानांतरित करने का निर्देश दिया।
मिशन शक्ति राजनीतिक प्रचार के लिए नहीं
भाजपा नेता दिलीप मल्लिक ने कहा कि मिशन शक्ति राजनीतिक प्रचार के लिए नहीं है। हमने ईसीआई में सुजाता के खिलाफ उचित सबूतों के साथ शिकायत दर्ज कराई थी। उनके खिलाफ सबूत सही पाए जाने के बाद ईसीआई ने उन्हें ड्यूटी से हटा दिया। बीजद चुनावी हार से डरी हुई है।
बीजेपी का आरोप राजनीति से प्रेरित : बीजद
बीजद नेता सुभाष सिंह ने भाजपा पर पलटवार किया और सुजाता के बचाव में उतरे। उन्होंने कहा कि भाजपा राजनीतिक मकसद से इसकी शिकायत कर रही है। वह एक प्रशासनिक अधिकारी हैं और उनका राजनीति से कोई संबंध नहीं है। वह महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रही हैं और उन्होंने संयुक्त राष्ट्र का ध्यान आकर्षित किया है।
बीजद को वोट देने की अपील का वीडियो वायरल
हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें मिशन शक्ति के तहत डीएलएफ की बिष्णुप्रिया दास एसएचजी महिलाओं से बीजद को वोट देने की अपील करती नजर आ रही थीं। उन्हें एक बैठक में बीजद नेताओं के साथ मंच साझा करते देखा गया था।
बालेश्वर में महिलाओं ने लगाया था आरोप
बालेश्वर में महिलाओं के एक समूह ने आरोप लगाया कि उनसे बीजद को वोट देने और पार्टी की बैठकों में भाग लेने के लिए कहा जा रहा है। एमबीके और सीआरपी कथित तौर पर विभिन्न स्थानों पर बीजद के लिए प्रचार कर रहे हैं।
साईराम एसएचजी, बालेश्वर की सदस्य सुमति खाटुआ ने मीडिया को दिये गये बयान में कहा है कि हमें बताया गया है कि अगर हम बीजद को वोट नहीं देंगे तो हमें कोई सुविधा नहीं दी जाएगी। वे रुकने की धमकी दे रहे हैं। बाबा सिद्धेश्वर एसएचजी की सदस्य दीपारानी माझी ने कहा है कि समूह की बैठक में बीजद के लिए मतदान करने पर चर्चा पर जोर दिया गया। हमें धमकी दी गई है कि अगर हमने बीजद को वोट नहीं दिया तो हमारी सदस्यता समाप्त कर दी जाएगी।
पैसे बांटने के लिए एसएचजी का इस्तेमाल
खबरों के अनुसार, यह भी आरोप लगाया गया कि मतदाताओं को पैसे बांटने के लिए एसएचजी का इस्तेमाल किया गया था। धामनगर उपचुनाव के दौरान भाजपा एसएचजी की जंजीरों को तोड़ने में कामयाब रही थी।